जैसा की आयुर्वेद में जानते होंगे की हरीतकी एक उत्तम औसधि है जिसको हरड़ के नाम से भी जानते है यह त्रिफला के तीनो फलो में से एक फल जरूर होता है हरड़ बहेड़ा के फायदे सुधारने में virul infection में एंटीआक्सीडेंट में किया जाता है इस ब्लॉग में हरड़ क्या है हरड़ Kanha मिलता है । फायदे और नुकासन पूरी तरह चर्चा करेंगे ।
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Toggleहरड़ बहेड़ा के फायदे क्या है ( WHAT IS HARITAKI IN HINDI )
हरण को हम लोग हरितकि की के नाम से भी जानते हैं यह एक पेड़ है गण – त्रिफला, आमलक्यादि, परुषकादि ( सु० ) प्रजास्थापन, ज्वरघ्न, कुष्ठघ्न, कासघ्न, अर्शोघ्न कहते है नाम– Terminalia chebula टर्मिनलया चेबुला कुल हरीतकी – कुल ( कॉम्ब्रेटेसी-Combretaceae )हरड़ के इस नेम से जानते है इसका यानी synoname (पर्याय) क्या है
- Sanskrit – अभय, अव्याथ, पथ्य, कायस्थ, पूतन, हरीतकी, हैमवती, चेतकी, श्रेयसी,
- • हिंदी – हरड़,
- • उर्दू – हैजरड़
- • उड़िया – करंथ (करेढ़ा), हरेढ़ा (हरिदा)
- • असमीज़ – हिलिखा
- • कोंकणी – ओर्डो;
- • कन्नड़ – अनिलयकायी, करक्कायि
- • गुजराती – हरीतकी, हिमजा
- • तमिल – கடுக்காய்
- • तेलुगु – కరక్కాయ
- • बंगाली – হরিতকি, নরা;
- • नेपाली – हर्रा, बर्र
हरीतकी कैसा होता है कैसा दिखता है इसके फल फूल के बारे में जाने
हरड़ बहेड़ा यह 50 से 80 फीट तक ऊंचा वृक्ष होता है इसका छाल गहरे भूरे रंग का होता है इसका पत्र 3 से 5 इंच लंबा और दो से चार इंच चौड़ा और अंडाकार होता है इसका फल 1 से 2 इंच लंबा और हार्ड होता है इसका पुष्प छोटे श्वेत और मंजरियों में होता है प्रत्येक फल में एक बीज होता हैफरवरी मार्च में leaf 🌿 झड़ जाती है अप्रैल में नए फूल आते हैं इसका जाती भाव प्रकाश में हरित की 7 जातियां बतलाई गई है फरवरी मार्च में leaf 🌿 झड़ जाती है अप्रैल में नए फूल आते हैं इसका जाती भाव प्रकाश में हरित की 7 जातियां बतलाई गई हैकितनी परकार की होती है हरितकी की जाती ?
- रोहिणी
- पूतना
- अमृता
- अभय
- जीवंती
- चेतकी
हरड़ कहाँ पाया जाता है स्थान
यह भारत के निचले हिमालय क्षेत्र पश्चिम बंगाल आसाराम पाँच हज़ार फ़ीट की ऊँचाई तक होता है रासायनिक संगठन -फल में टैनिंन चेबुलैजिक एसिड कोरिलेजिन पाया जाता है ।क्या बालों के लिए हितकर है बहेड़ा टॉप region
हम जानते हैं कि त्रिफला एक प्रसिद्ध औषधि है इसमें विभीतक और इसमें आमला मौजूद होता है हरीतकी का रस kashye होता है बालों को मजबूती प्रदान करता है और इससे बाल मजबूत होते हैं बालों को झड़ने से भी रोकता है इसका प्रयोग कम से कम 2 महीने तक करना चाहिए जिससे बालों का झड़ना काम हो जाता हरड़ बहेड़ा के फायदे इस परकार है । हरीतकी जिसे टर्मिनलिया चेबुला के नाम से जानते हैं और यह आयुर्वेदिक जड़ी बूटियां में से एक है और इसके बहुत सारे फायदे बताएं जैसे पाचन में सुधार और कब्ज पेट दर्द जैसी बीमारी में एंटीऑक्सीडेंट गुण भी आ रखता है हरित की में एक ऐसा गुण होता है जो की सूजन में भी काम करता है और यह बैक्टीरिया और वायरस के खिलाफ भी काम करता है यह इम्यून सिस्टम को बढ़ाता है Ayurved mein harad ya harit ki ke bahut sare fayde Hain हरण देखने में बहुत छोटा होता है लेकिन यह इतना गुणकारी है अगर आप इसे अपने डेली लाइफ में एक चम्मच भी उसे करते हैं तो आपके शरीर के लिए बहुत ही फायदेमंद साबित होगा हरण के सेवन करने का तरीका हर रोग में अलग-अलग होता ही है आज इसके बारे में जानेंगे की किस प्रकार से हरण हमारे शरीर में लाभदायक है हरण को अगर हम उबालकर कहते हैं तो दस्त जो होता है वह ठीक हो जाता है खून कर खाने से जो हमारे शरीर में वात जो हमारे शरीर में वात पित्त का एफ यानी कि ट्री दो शहर तो शांत करता है खाने से पेट संबंधी जो भी समस्या होती है उसमें काफी लाभदायक होता है हरीतकी का इस्तेमाल कैसे करना चाहिए 🤔 हरीतकी का इस्तेमाल करने से पहले आयुर्वेदिक चिकित्सा का सलाह जरूर लें चिकित्सा के प्रमाण अनुसार 10 से 30 मिली ग्राम कला और दूसरे 6 ग्राम चूर्ण ले सकते हैं अगर हरीतकी का सेवन नमक के साथ करते हैं तो हमारे शरीर में जो कफ विकार होता है उसको दूर करता है अगर हम इसे शक्कर के साथ प्रयोग करें तो पित्त को दूर करता है अगर इसको हम घी के साथ सेवन करते हैं तो बात विकारों और गुड़ के साथ अगर हम इसे उपयोग करते हैं तो सब रोगों में यह लाभकारी होता है हरीतकी के क्या साइड इफेक्ट है What is side effects of hard (Haritaki)- जो व्यक्ति अधिक चलने से थक जाता है या कमजोर हो जाता है
- या कोई नई गर्भवती हो तो उसे हरित की का सेवन नहीं करना चाहिए
positive effect of हरड़ :
- पाचन :वयस्कों के लिए यह पाचन हरित की पाचन को सुधरता है और अपच को कम करता है
- शरीर को डिटॉक्सिफाई करना : यह शरीर में टॉक्सिंस यानी जितने भी अपशिष्ट पदार्थ हैं उनका माल के द्वारा बाहर निकलता ह
- शीतल गुण : हरण को शीतल के लिए जाना जाता है जिससे शरीर को ठंडक मिलती है
Negative effect of हरड़ :
- गैस और अपच : “कुछ लोगों को हरण खाने से गैस और अपच हो सकती है”
- मोटापा : हरण को अधिक मात्रा में सेवन करने से मोटापा की समस्या आ सकती है जिससे आपका शरीर fatty हो सकता है
- इस ब्लॉग में हमने हरण के बारे में जाना हरण की पॉजिटिव और नेगेटिव प्रभाव को समझा हरण के फ़ायदे किसको प्रयोग करना चाहिए हरण किसके लिए हितकारी है हरण कहां-कहां मिलता है अगर आप हरण का प्रयोग कर रहे हैं तो आपको आयुर्वेदिक चिकित्सक से एक बार जरूर सलाह लेनी चाहिए कृपया ध्यान दें कि यह ब्लॉग केवल जानकारी और जागरूकता के उद्देश्य के लिए है व्यक्ति का स्वास्थ्य समस्याओं के लिए आप चिकित्सक से सलाह ले सकते हैं
- Ans Yes अगर हम 3 से 6 ग्राम हरिती का चूर्ण लेते हैं और उसमें एक मिलीलीटर तेल 1 ग्राम घी 2 ग्राम मधु को मिलाकर सेवन करते हैं तो हमारा बुखार खांसी और सांस का फूलना उल्टी होना में आराम होता है
- Kya हरड़ ghav घाव ko theek karne mein madad karti hai
- kya kushth Rog mein हरीतकी labhkari hai