इस आर्टिकिल में अमलतास के बारे में जानेंगे ।डायबिटीज में अमलतास के लाभ।अमलतास के फूल क्यों नहीं तोड़े जातेअमलतास के बीजअमलतास के पतेअमलतास के पेड़।अमलतास के गुण ।इस पोस्ट को अंत तक पढ़े । जब भी आप किसी सड़क के किनारे  देखते होंगे। तब आपको लगता है ।ये हमारे काम का नहीं है। अब आपको इस आर्टिकल को पढ़ने के बाद आप इसका उपयोग करना शुरू कर दीजिएगा। 🤔 आयुर्वेद की माने तो सुगर (डायबटीज़) त्वचा रोग ,पाचन ,respiration ,Blood,urinary system ,कफ ,TB हृदय रोग में लाभ होता है ।और जानते है इसके बारे में ।
अमलतास के फूल क्यों नहीं तोड़े जाते ।अमलतास औषधि के अयुर्वेदिक फायदे क्या है ।चमत्कारी अमलतास के गुण ।Best 25 benefits amaltas tree
अमलतास के फूल क्यों नहीं तोड़े जाते ।अमलतास औषधि के अयुर्वेदिक फायदे क्या है

अमलतास पेड़ क्या है ?(what is amaltas ?)

  • Scientific name : cassia fistula 
  • family : Liguminosae 
  • Subfamily : casealpiniodae
  • Kingdom ; plantae    
  • अरागवध :- रोगों को नष्ट करने वाला ,
  • राजबृक्ष:- यानी सुंदर ट्री ,
  • शम्पाक :-भी कहते है इसका मतलब कल्याणकारी फल देने वाला ,
  • दीर्घ फल :-यानी लंबे फल वाला ।    
स्वरूप :-अमलतास के पेड़  middle प्रमाण का होता है ।२५ से ३० फीट ऊँचा होता है । कांड steam बार brownish धूसर रक्ताभ होता है । पत्र:- लगभग १ foot लंबा होता है ।भाले के आकार का होता है ।rectangular होता है । पुष्प:- चमकीले पीले रंग के होते है । फल:- १ से २ फ़ीट लंबी बेलनाकार कची रहने पर हरा पकने पर कला यानी कृष्णवर्ण होता है ।इसका  फल से काफी गंध  आती है इसके  के अंदर चमकीले और  भूरे कलर के बीज होने के कारण अमलतास का फल चमकदार होता है। नोट:- मार्च अप्रैल में पतियाँ झड़ जाती है ।नई पती आता है ।और पुष्प भी साथ में आते है ।उसके बाद फल लगता है।  

अमलतास की विशेषता

एक और है इसकी छाल तुम्हारी नाम से चमड़ा रंगने के काम आती है उत्पत्ति स्थान :-यह समस्त भारत में पाया जाता है रासायनिक संगठन :-इसकी फल मजा में अंथ्रक्विनोंन ग्लूटीन ,पेक्टिन ,कैल्शियम ऑक्सलेट ,तथा इसके कांड त्वक यानी स्टेम बार में 10 से 20 परसेंट टैनिन होता है और इसकी एक और विशेषता है पत्र और पुष्प में ग्लाइकोसाइड पाए जाते हैं अमलतास के गुण:-
  • गुण :-गुरु मृदु स्निग्ध होता है
  • इसके रस मधुर  होते हैं
  • विपाक भी मधुर होता है
  • और इसके वीर्य शीत
दोष कर्म :-मधुर और स्निग्ध होने से वात और शीत होने से पित्त को  ठीक करता है आमतौर पर इसे पित्त और कफ विकारों में संशोधन के लिए देते हैं अमलतास के मुख्य उपयोग गले रोग में इसका क्वाथ बनाकर कुल्ला करते हैं अगर किसी को कुष्ठ हो गया हो या किसी को खुजली हो रही हो तो इसके leaf को पेस्ट बनाकर लेप  करते हैं।

अनेक भाषाओं में अमलतास के नाम

भारत में इसको अनेक  नाम से ही जानते हैं लेकिन देश-विदेश में को बंदरलाठी को और भी नाम से जानते हैं जैसा की आपको बोटैनिकल नाम और फैमिली नाम ऊपर में बता दिया गया है ।
  1. हिंदी -अमलतास सोनाली
  2. इंग्लिश -कैसिया गोल्डन शावर
  3. संस्कृत -में राजवृक्ष
  4. उर्दू में -अमलतास
  5. गुजराती -गर्मलो
  6. बंगाली -सोनाली बंदर लाठी
  7. नेपाली में -अमलतास
इन सभी को नाम से आप आपने अपने क्षेत्र में जान सकते है । और अपने जीवन में इसका उपयोग कर सकते है ।

अमलतास का उपयोग क्यूँ करना चाहिए ?(why should use of Amaltas fruit)

आपको जानकर यह खुशी होगी कि यह पौधा सड़क के  किनारे लगा रहता है लेकिन इसके औषधि गुण नहीं पता होने के कारण हम लोग अपने जीवन में इसका उपयोग नहीं कर पाते हैं इसके अंदर टॉनिक लैक्सेटिव ड्यूरेटिक्स पॉजिटिव और एंटीमेटिक प्रॉपर्टीज होती है इसका इस्तेमाल पुराने से पुराने बीमारियों के इलाज में किया जाता है अमलतास के बहुत सारे फायदे हैं अमलतास के जड़ से लेकर पत्ता तक यह औषधि गुण रखता है जैसे  अमलतास के जड़ फुल बिज  तने की छाल फल का गुदा इत्यादि का उपयोग करते है ।
अमलतास के फूल क्यों नहीं तोड़े जाते?
अमलतास में अनेक परकार के औषधि गुण होने के कारण इसको नहीं तोड़ा जाता है ।
अमलतास का उपयोग कैसे करे ?
  1. अब तक आपने जाना की आर्ग्वध क्या है इसके गुण और हर जगह अलग अलग नामों से जानते है।अब जानते ही कि इसका उपयोग कैसे कैसे कर सकते है ।
अमलतास के फूल क्यों नहीं तोड़े जाते ।अमलतास औषधि के अयुर्वेदिक फायदे क्या है ।चमत्कारी अमलतास के गुण ।Best 25 benefits amaltas treeबुखार में इसका प्रयोग कैसे करते है ।
  • अर्गवध के फल मजा को लेकर और इसके साथ हरितकी  की और कुटकी ,मोथा और इसके साथ पीपली का जड़ भी जरूरी होता है और इसका काढ़ा बनाकर पीना पड़ता है तब जाकर बुखार उतर जाता है
क्या फुंसी और छाले की परेशानी में भी अमलतास दे सकते हैं ?
  • बंदर की लाठी (amaltaas )पेड़ से हम लोग पत्ते को ले लेंगे उसके बाद गाय का देसी दूध के साथ इसको हम लोग पीस लेंगे पीसने के बाद लेप करेंगे। जो भी नवजात शिशु होंगे उनके शरीर पर हम लोग लेप करेंगे आप देखेंगे कि उनकी फुंसियां कुछ समय के बाद दूर होते चले जाएंगे।
मुंह के छाले में किस परकार उपयोगी है ।🤔🤔
  • आपको बता दें कि इसका फल का जो मजा है इसको धनिया के साथ अगर पीस लेते हैं और इसमें थोड़ा सा भी कथा मिलकर चूस लेते हैं तो इससे मुंह के छाले में काफी आराम होता है आपको बता दें कि बंदर की लाठी के गुड का उपयोग केवल मुंह में भी रखते हैं और उसको कुछ देर तक चूसते हैं तो मुंह के छाले ठीक होने लगते हैं
BENIFIT IN TONSILS  टॉन्सिल में लाभदायक।
  • हमारे शरीर के अंदर जब कफ बढ़ जाता है तो टॉन्सिल बढ़ने का चांस ज्यादा हो जाता है  जब टांसिल हो जाता है तब हम लोग को 10 ग्राम आरोग्यवाद का जड़ को ले लेना है और इसको जल में लेकर उबालना है इसके के बाद एक ड्राप ले लेंगे उसके बाद बूंद बूंद करके मुंह में डालेंगे आप देखेंगे की कुछ देर के बाद आपको आराम लगने लगेगा
पेट के रोग में रामबाण है बंदर की लाठी का सेवन यानी आर्ग वध का पेड़ ।
  • और आप पेट की समस्या से जूझ रहे हैं तो आपको बंदर की लाठी के दो से तीन पत्तों में आयोडीन यानी कि नमक और मिर्च का उपयोग करना है इसके खाने से आपका पेट साफ होता है
स्वामी रामदेव बाबा
  • इसके फल का उपयोग किया गया है 10 से 20 ग्राम गुद्दे को 500 ml paaki me रात में भीग कर छोड़ देना है और इसको सुबह में और इसको सुबह में हाथ से मसल कर चाय छन्नी से छान लेना है और इसका सेवन करना है पेट की सफाई हो जाती है इतना गुणकारी है पेड़।
औषधीय गुण कब्ज के इलाज में है रामबाण
  • इसके फूल को गुलकंद बनाकर सुबह शाम सेवन करने से कब्ज में लाभ होता है
  • और इसके कच्चे फल को धूप में सुखाकर फिर इसको काटकर चरण कर लें इसके चौथाई भाग सेंधा नमक अगर आपके पास नींबू हो तो इसका रस मिलाकर सेवन करें आपको कब्ज में आराम मिलेगा
पीलिया यानी कि जौंडिस बंदर की लाठी के फायदे-:
  • आप इसमें इसके फल का गुदा और इसमें आवाले का रस ।
  • आप इसको सुबह शाम सेवन करें आपको पीलिया रोग में जरूर लाभ होगा
क्या डायबिटीज में अमलतास का सेवन करने से लाभ होता है
  • आपको बता दें कि यह डायबिटीज के लिए बहुत ही गुणकारी औषधि माना जाता है आप इसको 10 ग्राम इसके पत्ते को लेकर 400 मिलीलीटर पानी में पकाना है जब एक चौथाई बच जाए तब इसका सेवन करना है यानी कि इसका कड़ा बनाना है इससे मधुमेह में काफी लाभ होता है
  गठिया रोग में गठिया रोग में इस प्रकार काम करता है बंदर की लाठी का पेड़
  • किसी को गठिया  हो जाती है तब इसको 5 से 10 ग्राम इसके जड़ को लड़ाई 100 मिलीलीटर दूध में उबालने के बाद सुबह शाम सेवन करने से गठिया में लाभ होता है
  • इसके साथ-साथ 10 से 15 पत्तों को गर्म करके जहां पर दर्द है वहां पर इसकी पट्टी करने पर गठिया में फायदा होता है
  • तिल के तेल में पके हुए इसके पत्तों जब आप शाम का भोजन करते हैं तब उसे समय आपको सेवन करना है इसे आमवात में लाभ होता है
गर्भवती स्त्रियां के पेट पर स्ट्रेच मार्क को हटाने में सबसे बड़ा योगदानन।
  • अगर आप इसके पत्ते को देसी गाय का दूध में पीस लेते हैं और गर्भवती के स्त्री के पेट पर जो भी निशान है वहां पर उसको अच्छी तरीके से लगे इसमें बहुत जल्द आराम होता है
अगर किसी को पित्त विकार हो जाता है उसमें अमलतास के गुण
  • इसके फल को इसके फल को गुदा को अगर काढ़ा बना लेते हैं और इसमें 5 से 10 ग्राम इमली का गुदा मिला लेते हैं और सुबह शाम इसको अगर पीते हैं इससे आपका जो पित्त विकार है उसमें आराम होता है अगर रोगी का हमेशा कफ बढ़ा रहता है तो उसमें थोड़ा निसोथ का चूर्ण भी आप मिल सकते हैं।और इसको पिलाने से लाभ होता है। 
FAQ-  Amaltas का दूसरा नाम क्या है । ANS-:
  1. हिंदी -अमलतास सोनाली
  2. इंग्लिश -कैसिया गोल्डन शावर
  3. संस्कृत -में राजवृक्ष
  4. उर्दू में -अमलतास
  5. गुजराती -गर्मलो
  6. बंगाली -सोनाली बंदर लाठी
  7. नेपाली में -अमलतास
FAQ-: १-:Amaltas के पत्ते क्या काम आते है । ans- इसके 10- 15 पत्ते को गरम करके पट्टी बांधने से गठिया रोग ठीक hota है २-:Amaltas में कितने दिन किए लिए फूल आते है । ans- १० से १५ दीन ten -fifteen days ३:Amaltas के फूल क्यों नहीं तोड़े जाते है ? answer-: bcz it is very good plant for health , दूसरा कारण इसमें काँटे होते है ।और यह सज़ावट में भी काम आता है । ४: Amaltas जहरीला है। क्योंकि अमलतास में औषधीय गुण पाये जाते है इसके जाड़ा सेवन करने से जहरीला हो सकता है ।इसका उपयोग सुधिकरण करके किया जाता है Conclusion -: इस आर्टिकल में आपने देखा की किस परकार से amaltas उपयोगी है।यह अदितीय आयुर्वेदिक औषधि है ।जो की हमलों का हेल्थ सुधारने में काफ़ी मदद साबित होता है ।हमेशा याद रखें की किसी भी आयुर्वेदिक उपचार से पहले एक Doctor से सलाह ज़रूर ले ।इसका उपयोग  जागरुकता के साथ करे ।
Does BAMS have better scope than MBBS in 2023
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अगर किसी को अपने बारे में आर्टिकल लिखना है तो वेबसाइट पर उसका नेम फोटो और उसकी कहानी हों। उसके नेम से एक वेबसाइट हो तो आप ज़र्रूर commentकर सकते है ईमेल कर सकते है ।थैंक्स

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